कानड़ थाना प्रभारी मुन्नी परिहार को रिश्वत लेते लोकायुक्त ने किया गिरफ्तार, 31 मई को ही होने वाली है रिटायर्ड
कानड़ थाना प्रभारी मुन्नी परिहार को रिश्वत लेते लोकायुक्त ने किया गिरफ्तार,
31 मई को ही होने वाली है रिटायर्ड ।
आगर मालवा। वैसे तो आपने सुना ही होगा कि कोई अवैध धंदा पुलिस की राजी मर्जी के बिना चल नही सकता पर अब समय बदल गया है और मामला इससे भी कुछ आगे बढ़ चुका है । अब यदि आप अवैध काम करेंगे तो ही आपको पुलिस को भेंट देना होगी ऐसा सोच रहे है तो फिर आप गलत है क्योंकि यदि अब किसी गलत काम के लिए पुलिस ने भी आपका चयन कर लिया है तो फिर आपके ना चाहने पर भी वो गलत काम आपको करना होगा और उसकी पूरी भेंट भी पुलिस को देना होगी ।
जी हां ऐसा ही एक घटनाक्रम सामने आया है आगर मालवा जिले के कानड़ से जहां कानड़ थाने की टीआई मुन्नी परिहार को लोकायुक्त पुलिस ने 29 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है ।
फरियादी की बात को यदि सही माना जाए तो पूरे प्रकरण की खास बात यह है की यह रिश्वत इस बात के लिए थाना प्रभारी द्वारा ली जा रही थी कि पहले तो फरियादी को अवैध कार्य सट्टा चलाने के लिए थाना प्रभारी मुन्नी परिहार ने बाध्य किया और फिर इस अवैध कार्य को करने के एवज में प्रति माह 20 हजार की रिश्वत लेना भी थाना प्रभारी ने शुरू कर दिया । प्रकरण के आवेदक रितेश राठोर निवासी कानड ज़िला आगर मालवा ने दिनांक ११/४/२०२२ को पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त उज्जैन श्री अनिल विश्वकर्मा को आवेदन प्रस्तुत कर शिकायत की थी कि थाना प्रभारी कानड़ मुन्नी परिहार उस से दबाव बनाकर सट्टा चलाने का कह रही है ओर इस के लिए हर महीने 20 हज़ार रुपए रिश्वत की माँग कर रही है।
आवेदक की शिकायत पर कार्यवाही करते हुए आज दिनांक 25/4/22 को DSP श्री राजकुमार शराफ़ के नेतृत्व में टीम का का गठन कर ट्रैप आयोजित किया गया।
आज दिनांक 25/4/22 को लोकायुक्त उज्जैन की टीम DSP श्री सुनील तालान, TI राजेंद्र वर्मा आरक्षकगण संजय पटेल , सुनील परसाई , नीरज राठोर व इसरार द्वारा थाना कानड़ ज़िला आगर मालवा में आवेदक से 29 हज़ार रुपए की रिश्वत लेते हुए TI मुन्नी परिहार मैडम को रंगे हाथों पकड़ा गया है। मोके पर अभी कार्यवाही जारी हे
बातचीत के दौरान थाना मुन्नी परिहार थाना प्रभारी कानड़ द्वारा आवेदक से पिछले महीने के बाक़ी 9 हज़ार ओर चालू महीने के बीस हज़ार रुपए के हिसाब से कुल 29 हज़ार की माँग की गयी थी।
आवेदक के अनुसार उसको क़ोरोना लॉकडाउन में गल्ले के व्यापार में नुक़सान होने से उसने वर्ष 2021 में सट्टा चलाया था उसका TI मुन्नी परिहार हर महीने 20 हज़ार रुपए लेती थी। अब सट्टा नहीं खिलाना चाहता लेकिन TI मैडम दबाव बनाकर सट्टा चलवा रही हे ओर रिश्वत के रूप में हर महीने 20 हज़ार रुपए माँग रही हे ।