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वीडियो में देखे बिजली कंपनी के एक्सयूकिटिव इंजीनियर की मनमानी । सरपंच का चुनाव लड़ने के इच्छुक से मांग रहे 4 पीढ़ी पहले के बकाया बिल का भुगतान । जबकि आवेदक के यहां 20 वर्ष से मौजूद कनेक्शन पर नही है कोई ड्यूज । *”बिल ना भरने पर ना ही दे रहे नोड्यूज और ना ही दे रहे नोड्यूज ना देने का कारण सहित लिखित अभिमत”* गिरीश न्यूज़ के द्वारा की गई काफी जद्दो जहद के बाद मामले को लटकाने पर तुले विधुत कंपनी के एक्सयूक्यूटिव इंजीनियर ने अपने अधीनस्थ को नोड्यूज ना देने का कारण लिखित में देने को कहा-

आगर मालवा- जिले में पंचायत चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओ को नोड्यूज देने के मामले में बिजली कंपनी के अधिकारी की मनमानी सामने आई है ।
जैसा कि राज्य निर्वाचन आयोग ने निर्देशित किया है कि जो भी चुनाव लड़ना चाहते है उन्हें अपना नामांकन दाखिल करते समय बिजली विभाग का नोड्यूज भी देना अनिवार्य है । ऐसे में बिजली कंपनी इसे एक अवसर समझकर अधिक से अधिक अपनी वसूली करना चाहती है और इसके लिए किसी हद तक भी वह जाने को तैयार नजर आ रही है ।
ताजा मामला आगर मालवा जिले का है जहां सरपंच का चुनाव लड़ने के इच्छुक कैलाश गोड से विधुत कंपनी के एक्सक्यूटिव इंजीनियर बी. एल. गुजराती नोड्यूज देने के लिए 4 पीढ़ी पहले का बकाया बिल मांग रहे है जबकि वर्तमान में आवेदक के यहां ना तो यह कनेक्शन है और ना ही वह जमीन जिसके लिए यह कनेक्शन दिया गया था । जबकि आवेदक के यहां 20 साल पूर्व लिए गए कनेक्शन पर किसी प्रकार का कोई बकाया नही है इसके बाद भी आवेदक को ना तो ईई महोदय द्वारा नोड्यूज दिया जा रहा है और ना ही यह महोदय नोड्यूज ना देने के कारण को लिखित में देने को तैयार है और जब तीन दिन से परेशान आवेदक कैलाश गोड ने अपनी यह पीड़ा गिरीश न्यूज़ को बताई तो हम भी ईई साहब से मिलने पहुँचे और जब काफी निवेदन के बाद भी ईई साहब प्रकरण का कोई भी निराकरण करने को तैयार नही हुए तो फिर मजबूरन हमे हमारा कैमरा चालू कर इस मनमानी की रिकार्डिंग शुरू करना पड़ी । तो अब आप ही इस वीडियो में देख लीजिए कि एक सीधी सी मांग को किस तरह अधिकारी पेचीदा बनाकर आम नागरिक को परेशान करते है हालांकि हमारी जद्दोजहद के बाद अधिकारी ने उनके अधीनस्थ को कॉल कर मामले का निराकरण करने का बोला है पर इस प्रकरण में विधुत कंपनी के एक अधिकारी की अवसरवादिता की हद कितनी पार हो चुकी है वह साफ-साफ नज़र आता है ।

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