बडौद में मिले गोविंद राठौर के शव का मामला । पुलिस और कुछ राजनीतिक प्रभावशाली लोगों पर लगे प्रकरण में गंभीर आरोप । आम जनता ने आंदोलन शुरू कर सीएम से की न्यायिक जांच की मांग
आगर मालवा-
मंगलवार सुबह बडौद के जंगलों में कल मिले गोविंद राठौर के शव का मामला अब तुल पकड़ता जा रहा है ।
परिजनो के साथ ही स्थानीय लोग बडौद पुलिस और कुछ राजनीतिक रूप से प्रभावशाली लोगों पर आरोप लगाते हुए गोविंद की हत्या की न्यायिक जांच की मांग कर रहे है ।
वहीं आज स्थानीय व्यपारियो द्वारा घटना के विरोध में बाजार भी बंद रखा गया और फिर उसके बाद करीब 2 बजे बड़ी संख्या में आम जन ने गांधी चौक से मौन जुलूस निकाला और नगर के प्रमुख रास्तो से होते हुए तहसील कार्यालय पर पहुँच कर मुख्यमंत्री मप्र शासन के नाम एक ज्ञापन तहसीलदार अनिल कुशवाह को दिया है । इस दौरान राजनीति से ऊपर उठकर क्षेत्र के सभी राजनीतिक दल के लोग विशेष रूप से कांग्रेस नेता भेरूसिंह परिहार ( बापू ) और भाजपा नेता लालसिंह राजपूत के साथ ही कई सामाजिक संस्था के कार्यकर्ता एवं जनसेवक भी उपस्थित रहे ।
ज्ञापन में बताया गया है कि-
बडोद नगर में अत्यंत दुःखद घटना गोविन्द राठौर पिता कन्हैया राठौर उम्र 45 वर्ष की नृशंस हत्या कर लाश को बडौद के नजदीक लालमाता मंदीर के नजदीक नाले में फेंक दिया गया, परिवार वालों तथा लोगों को पता चलने पर मौके पर पहुंचे तथा लाश को नजदीक से देखा तो पता चला कि गोविंद राठौर नि. कस्बा बड़ौद की लाश है।
यह कि लगभग एक सप्ताह पूर्व मृतक गोविंद का लड़का रोहित ग्राम की पडौसी युवती को लेकर फरार हो गया था, इस बात को लेकर पुलिस बडौद ने गोविंद व उसके परिवार पर अनावश्यक दबाव बनाकर टार्चर करना शुरुकर दिया। थाने में बैठाकर रखा तो पुलिस अधिक्षक महोदय आगर के हस्तक्षेप से उसे थाने से छोड़ दिया गया।
पिछले चार-पांच दिन से गोविंद व उसके परिवार को प्रताडीत किया जा रहा था। प्रेमप्रसंग को लेकर रोहित अपने साथी लड़की के साथ फरार हुआ था, दोनों बालिग है और अपना भला बुरा समझते है, लेकिन जानबुझकर रोहित के परिवार को राजनैतिक दबाव के चलते प्रताडित किया गया है।
जब गोविंद की लाश मिली तो उसे आत्महत्या करार दिया जा रहा है, मृतक गोविंद न तो शराब पीता था न ही कोई अन्य गलत काम करता था. हत्या की घटना को आत्महत्या बनाया जा रहा है. पुलिस के जिम्मेदार अधिकारीयों के खिलाफ तत्काल कार्यवाही की जावे व इस प्रकरण की उच्चस्तरीय न्यायीक जांच की जायें।
घटना स्थल पर मृतक की लाश के मुह व शरीर पर चौंटों के के निशान प्रत्यक्ष देखे गये है उसके कपडे खुन से सने हुए थे।
इस प्रकार भ्रष्टाचारी अधिकारी व नेता प्रकरण को दबाना चाहते है।
अतः श्रीमान से निवेदन है कि इस घटना की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच की जावे एवं अगर सात दिन के अंदर कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गई तो आंदोलन और भी उग्र होगा।
प्रार्थीगण समस्त नागरीकगण नगर बडौद