मुस्लिम समाज ने मोहर्रम के सारे आयोजन निरस्त कर किया बाबा बैजनाथ की शाही सवारी का स्वागत । पेश की गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल ।
आगर मालवा – जिले के सबसे बड़े आयोजन बैजनाथ महादेव की सोमवार को शाही सवारी निकली वाले दिन मुस्लिम समाज ने मोहर्रम के सारे आयोजन निरस्त कर सवारी का दिल खोल कर स्वागत किया। मुस्लिम समाज के इस कदम से शहर में अमन और सौहार्द की एक नई कहानी लिखी गई।
शहर काजी वसी उद्दीन में बताया कि इमाम हुसैन की शादत के याद में मनाए जाने वाले मोहर्रम के अवसर पर परंपरागत रूप से शहर में विभिन्न स्थानों पर सबील लगाई जाती है। सोमवार को मोहर्रम की नौ तारीख थी और इसी दिन हिंदू मजहब की आस्था के प्रतीक बैजनाथ महादेव की सवारी भी नियत थी। ऐसे में मुस्लिम समाज ने शहर की अमन , शांति और मोहब्बत की हिफाजत के लिए मोहर्रम की नौ तारीख के यानी सोमवार को होने वाले सभी आयोजन निरस्त कर सवारी में आने वाले सभी श्रद्धालुओं के स्वागत का निर्णय लिया और सवारी के शहर में प्रवेश करने वाले मार्ग पर समाज के प्रतिनिधिगणो ने इसमें बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया।
काजी वसी उद्दीन ने यह भी बताया की इस्लाम मजहब सहनशिलता और उदारता के साथ आपसी रिश्तों को मजबूत रखने की हिदायत देता है। कर्बला में इमाम हुसैन नेक राह पर चलकर त्याग और सहनशीलता का परिचय देते हुए शहीद हो गए थे।
स्वागत मंच पर एसडीओपी मोनिका सिंह का बेहतर पुलिस प्रबंधन के लिए पुष्पहार भेंट कर सम्मान किया गया। जिला प्रशासन और जिला पुलिस बल का व्यवस्थाओं के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया गया। हज कमिटी के जिला अध्यक्ष हाजी अनीस मोहम्मद कुरैशी , असरार अहमद कक्कू , एडवोकेट अख्तर हसन , त्योहार कमेटी अध्यक्ष नजीर अहमद , हाजी शफी पटेल , मुजफ्फर भाई , हाजी अब्दुल वहाब , तुफैल कुरेशी , गम्मू भाई , इमरान खान , अमजद भाई आदि समाजजन मौजूद रहे।
संचालन और आभार जफर मुल्तानी ने प्रकट किया ।