ब्रेकिंग
नेशनल हेराल्ड मामला। भारतीय जनता युवा मोर्चा ने किया सोनिया गांधी, राहुल गांधी का पुतला दहन आतंक मचा रहे लाल मुंह के बंदर को पकड़ने में तीन दिनों की मेहनत के बाद आखिरकार वन विभाग को मिली सफलता।... नरवाई जलाने वाले कृषकों की पीएम किसान सम्मान निधि एवं मुख्यमंत्री किसान कल्याण निधि होगी बंद। इन किस... आगर-मालवा जिले में लघु उद्योग विकास परिषद् के जिला कार्यालय का हुआ उद्घाटन, युवाओं एवं महिलाओ को स्व... वक्फ संशोधन एक्ट को वापस लेने की मांग के साथ मुस्लिम समाज ने तहसीलदार को ज्ञापन सोंपा शाही जामा मस्ज... संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों ने कलेक्टर एवं सीएमएचओ के नाम दिया ज्ञापन। कार्य स्थल पर काली पट्टी बां... अब शाला समय पर शाला बंद मिलने पर होगी शिक्षक और संस्था प्रभारी पर कार्रवाई। जारी हुआ आदेश विकासखंड स्तर पर होगा पुस्तक मेले का आयोजन। उचित मूल्य में सामग्री की आस में पिछले वर्ष मेले में गए ... माधव गौशाला एवं अपना घर वृद्ध आश्रम में सेवा के साथ भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा ने मनाया मुख्यमंत्री डॉ... मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने अपने जन्म दिवस पर गो-अभ्यारण सालरिया में लगाया आँवले का पौधा। 58 करोड़ 9...

सिसोदिया का BJP पर निशाना, बोले- ‘रेवड़ी’ बोलकर मजाक उड़ाने वाले चला रहे ‘दोस्तवादी’ मॉडल

दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह दावा करके लोगों को भयभीत करने की कोशिश की कि जनता के कल्याण पर सरकारी पैसा खर्च करने से भारत बर्बाद हो जायेगा। उन्होंने केंद्र से नागरिकों के कल्याण में पैसा निवेश करने का आग्रह किया। सिसोदिया ने दिल्ली सचिवालय में संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि शासन के दो मॉडल हैं जिनमें से एक ‘दोस्तवादी’ मॉडल है और दूसरा जन कल्याणकारी योजनाओं में निवेश करना है।

आम आदमी पार्टी (आप) के नेता सिसोदिया ने कहा, ‘‘भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के ‘दोस्तवादी’ मॉडल के जरिये उसके (भाजपा) दोस्तों के लाखों करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया जाता है लेकिन आम आदमी को स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी सुविधाओं से वंचित रखा जाता है।” उन्होंने कहा, ‘‘वे ‘दोस्तवादी’ की राजनीति (दोस्तों के कल्याण के लिए) करते हैं और हम आम लोगों के लिए राजनीति करते हैं।” सिसोदिया ने कहा कि लोगों के लिए मुफ्त योजनाएं प्रदान करने के बावजूद ‘आप’ के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार का ‘‘राजस्व अधिशेष” है, जबकि भाजपा शासित राज्यों की सरकारें घाटे में हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा जनता के लिए कल्याणकारी योजनाओं को ‘मुफ्त की रेवड़ी कहती है, लेकिन हम इसे अपने लोगों में निवेश करना कहते हैं। कल केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह कहकर लोगों को डराने की कोशिश की कि जन कल्याण पर सरकारी पैसा खर्च करना देश को तबाह कर देगा।” उन्होंने कहा, ‘‘मैं उनसे ‘दोस्तवादी’ की राजनीति करने के बजाय देश के नागरिकों के कल्याण में निवेश करने का आग्रह करता हूं।”

Leave A Reply

Your email address will not be published.

Don`t copy text!