भाजपा की परिषद में कांग्रेस हितेषी प्रस्ताव लाए जाने का आरोप लगाते हुए अधिकांश भाजपा के पार्षदों के साथ एक निर्दलीय पार्षद ने किया परिषद की पहली बैठक का बहिष्कार । भाजपा के अध्यक्ष को कांग्रेस पार्षदों द्वारा चुने जाने के आरोप को मिला बल
आगर मालवा-
मंगलवार को नगर परिषद कानड़ की पहली बैठक नगर परिषद कार्यालय में आहूत की गई ।
भाजाप के बहुमत एवं भाजपा की अध्यक्ष श्रीमती शिप्रा बाई बिजापारी के होने के बाद भी भाजपा के कुल 7 पार्षदों में से 5 भाजपा के कैलाश नारायण परिहार, विजय लक्ष्मी माली, देवकरण बीजापारी, दुर्गा बाई पति श्याम गुर्जर, मांगू बाई, एवं एक निर्दलीय पार्षद दरबारसिंह आर्य का परिषद की बैठक से अनुपस्थित होना पूरे नगर में चर्चा का विषय बना हुआ है और नगरपंचायत अध्यक्ष चुनाँव में भाजपा के अध्यक्ष को कांग्रेस के पार्षदों द्वारा चुने जाने वाले आरोपो को इससे बल मिलता दिखाई दे रहा है ।
इसके साथ ही भाजपा के वरिष्ठ पार्षद कैलाश नारायण परिहार ने बताया कि नगर परिषद की पहली बैठक में ही जिस तरह से कांग्रेस के हित साधने की नियत से प्रस्ताव लाए गए हैं उनसे सारी असलियत उजागर हो चुकी है । जो प्रस्ताव लाए गए है उसमें एक कांग्रेस नेता की दुकानों को तोड़ने का संकल्प नगरपंचायत प्रशासक द्वारा दिनांक 1/12/2020 को पारित किया था उसी संकल्प को वर्तमान परिषद द्वारा अपनी पहली ही बैठक में निरस्त करने का प्रस्ताव लाकर कांग्रेस नेता को लाभ पहुचाने का कार्य किया जा रहा है वहीं बस स्टैंड स्थित प. दीनदयाल प्रतीक्षालय को तोड़ने जैसे प्रस्ताव भी भाजपा विरोधी मानसिकता को स्पस्ट रूप से दिखा रहे है ।
कैलाश परिहार ने कहा कि परिषद की बैठक में जो प्रस्ताव लाए गए है उसको लेकर भाजपा के पार्षद गणों से कोई राय मशवरा नही किया गया है और उपरोक्त कारणों से ही हम लोगों ने परिषद की बैठक से अनुपस्थित रहने का निर्णय लिया है ।
7 पार्षद है भाजपा के:- नगर परिषद में पहली बार भाजपा के 7 पार्षद जीत कर आए है, वही न.पा. अध्यक्ष भी भाजपा से है, लेकिन अध्यक्ष के चुनाँव के समय से ही भाजपा के कई पार्षदों द्वारा यह आरोप लगाया जा रहा है की जो भाजपा की अध्यक्ष बनी है वो भाजपा पार्षदों की वजह से नही बल्कि कांग्रेस पार्षदों के समर्थन से बनी है ।
अब भाजपा नेताओं का कहना है कि जिस तरह का वातावरण कानड़ नगरपरिषद में निर्मित हुआ है और जिस तरह से भाजपा के पार्षदों की उपेक्षा की जा रही है वह संगठन के हित में नहीं है ।
नगर के वरिष्ठ भाजपा नेता व पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष सिद्धनाथ चौधरी ने कहा कि ये परिस्थितियां पार्टी के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है और आगे चलकर निश्चित ही विधानसभा चुनाव में नुकसानदायक साबित हो सकती है इसलिए हम भोपाल पहुंचकर संगठनात्मक वरिष्ठ नेताओं से चर्चा करके एक लिखित शिकायत भी उन्हें देंगे ।