यदि फसल बीमा का लाभ लेना है तो फिर किसान रखे अपने इन दायित्वो का ध्यान, इसके बिना नही मिलेगा फसल बीमा योजना का लाभ-
भोपाल
प्रदेश में पिछले 3-4 दिनों से हो रही बारिश के चलते कई किसानों की फसल में भारी नुकसान हुआ है जिसके चलते पीड़ित किसान अब राज्य शासन से बीमा की मांग कर रहे है ।
उपरोक्त परिस्थियों के बीच भारतीय किसान संघ के प्रांत महामंत्री रमेश दांगी ने केंद्र एवं राज्य सरकार के सामने कुछ मांगो को रखते हुए किसानों के लिए भी एडवाइजरी जारी करते हुए लिखा है कि-
“प्राकृतिक आपदा से भारी नुकसान सभी फसलें हुई खराब”
किसान बंधु भगिनी साहस रखें , साल हारे जिंदगी नहीं,
केंद्र सरकार राज्य को विशेष राहत पैकेज दे
राज्य सरकार बिना सर्वे कराए पूरी जमीन को आधार मानकर पर्याप्त मुआवजा दें
अतिवर्षा से फसल नुकसान की तुरंत सूचना दें किसान
खरीफ 2022 में मालवा क्षेत्र में किसानों द्वारा विभिन्न फसलें अपने खेत में लगाई गई है। साथ ही कृषकों द्वारा अधिसूचित फसलों का फसल बीमा भी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत कराया गया है। वर्तमान में लगातार वर्षा से कुछ खेतों में अतिवर्षा से जलभराव व फसल नुकसान की सूचना मिल रही है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना अंतर्गत 72 घंटे के भीतर नुसान की सूचना दी जाना अनिवार्य है जिससे अतिवर्षा के प्रकरणों में कृषकों के खेत का सर्वे कार्य समय सीमा में किया जा सके। कृषक एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी के टोल फ्री नं. 1800 233 7115 पर फसल नुकसान की सूचना दे सकता है या क्रॉप इंश्योरेंस (Crop Insurance) नामक एप प्ले स्टोर से डाउनलोड कर एप पर Continue Without Login अंतर्गत Crop Loss में जाकर मोबाईल नं. की जानकारी एवं ओ.टी.पी. वेरीफिकेशन उपरांत सीजन, वर्ष, योजना, राज्य, जिला, तहसील, रिवेन्यू सर्किल, पटवारी हल्का, ग्राम, फसल, सर्वे नं. की जानकारी के साथ एप पर सबमिट कर सकते है। सभी किसान भाइयों से विनम्र अनुरोध है कि अपनी फसल का फसल बीमा होने पर अतिवर्षा से फसल नुकसान की सूचना अवश्य दें और प्रधानमंत्री फसल बीमा का लाभ उठाये।
किसान संगठन के दायित्व वान कार्य करता से बातचीत करें कार्यकर्ता आवश्यक सहयोग प्रदान करे हम सब मिलकर आपदा से बाहर निकल कर आए ।