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अभिभाषको ने कलेक्टर को दिया ज्ञापन । आम जनता के साथ ही आभिभाषको के सामने खड़ी हो चुकी इन गंभीर समस्याओं को उठाया

आगर मालवा-
जब से आगर एसडीएम एवं तहसील कार्यालय उज्जैन रोड पर लगभग 7 किमी दूर एवं इसके साथ ही पहले आगर में ही संचालित होने वाले बडौद नायब तहसीलदार का कार्यालय बडौद रोड पर 6 किमी दूर स्थापित हुए है तभी से आभिभाषको के साथ ही आमजन के लिए भी यह उपलब्धि की जगह एक समस्या बने हुए है क्योंकि सरकार ने इन भवनों के लिए करोड़ो रुपये इस मंशा के साथ स्वीकृत तो कर दिए कि इससे आम लोगो को सुविधा मिलेगी पर उस समय के जिले में पदस्थ नोकरशाहो ने ना जाने किस तथ्य से प्रेरित होकर जो निर्णय लिए वह अब उपलब्धि की जगह अभिशाप बन चुके है ।
हालांकि इन बिल्डिंगों के निर्माण के दौरान ही जनता और आभिभाषको ने इसका विरोध किया था पर नोकरशाहो ने अपनी मनमानी करते हुए जनता की सुविधा से ज्यादा ध्यान आई राशि को जल्द खर्च करने में दिया और इसका नतीजा आज हमारे सामने है ।
आभिभाषको ने आज कलेक्टर कैलाश वानखेड़े से मुलाकात कर एक ज्ञापन दिया और उसमें बताया कि आपके आगर जिला मुख्यालय पर आगमन होने के बाद से आमजन की समस्याओं के समुचित समाधान की दिशा में निश्चित ही गति मिली हैं और आम आदमी की समस्याओं को हल करने में आपकी सक्रीयता व रूचि प्रशंसनीय होकर अनुकरणीय होने के साथ ही आगर के गौरव को उंचा उठाने वाली है।
इसी तारतम्य में जिला मुख्यालय आगर के अभिभाषकगण कतिपय समस्याओं के बोझ तले अपने आपको दबा हुआ महसूस कर रहे है और अभिभाषकगण अपना जीवन संकट मे होने का भी अनुभव कर रहे हैं। ऐसी समसयाओं के समाधान की दिशा में उम्मीद की किरण के रूप में आप श्रीमान की और निहार रहे है और विश्वास भी कर रहे है।

पहली समस्या-
श्रीमान को जानकारी होगी ही कि आगर जिला मुख्यालय पर अभिभाषकों को न्यायालयों में पहुंचने में किन समस्याओं व खतरो के बीच आना जाना पड़ता है। इस कड़ी में सबसे पहले उज्जैन रोड पर स्थित राजस्व विभाग से संबंधित न्यायालय अनुविभागीय अधिकारी एवं न्यायालय श्रीमान तहसीलदार महोदय प्रथम तथा न्यायालय श्रीमान तहसीलदार महोदय द्वितीय के अलावा न्यायालय नायब तहसीलदार महोदय पांचारूण्डी के साथ ही नकल शाखा के विभाग सहित न्यायालय संचालित हो रहे हैं जो कि जिला कोर्ट से करीबन 7 किमी दूर स्थित है। ऐसे में जिला कोर्ट से अभिभाषकों को उज्जैन रोड केन्यायालयों में पैरवी के लिए जाना पड़ता हैं और विदीत हैं कि नवीन जिला कोर्ट से उज्जैन रोड पर स्थित राजस्व न्यायालयों तक जाने वाला सडक मार्ग भी स्टैट हाईवे सडक मार्ग हैं, इस सडक मार्ग पर भारी व कटेनर जैसे जानलेवा वाहनों की आवाजाही काफी संख्या में होती है। इस कारण अभिभाषकगण को उज्जैन रोड के राजस्व न्यायालयों तक आने जाने में कुल 14 किमी की दूरी तय करना होती हैं जो कि तनाव भरी जिन्दगी में एक अभिभाषक के लिए कभी भी मौत का कारण बन सकती है। इसके अलावा यदि पक्षकारों की बात की जाय तो उनकी हालत और भी दयनीय हो रही है कि राजस्व न्यायालय उज्जैन रोड तक पहुंचने के लिए वाहन की कोई सुविधा ही नहीं है और दूरी के कारण पक्षकारों को भी मंहगा व विलम्ब से न्याय मिल रहा है।
सवाल यही हैं कि क्या उज्जैन रोड पर स्थित राजस्व न्यायालय अभिभाषकों व पक्षकारों के लिए वरदान हैं तो इसका जवाब अभिशाप के रूप में ही सामने आयेगा। इस समस्या का हल के लिए यथोचित समाधान श्रीमान के द्वारा निकाला जायेगा, ऐसी उम्मीद अभिभाषकगण करते है।
सुझााव के तोर पर अभिभाषक समुदाय की सामूहिक मंशा के रूप में यदि उज्जैन रोड के राजस्व न्यायालय संयुक्त कलेक्टर की बिल्डिंग में खाली पडे कक्षों में शिप्ट कर दिए जावे तो यह समाधान काफी उचित ओर बेहतर होगा।
इसके बाद भी अन्य कोई समाधान श्रीमान को उचित लगे तो अभिभाषकों की सामूहितक राय ली जाकर हल निकाला जाना आवश्यक है।
दूसरी समस्या-
श्रीमान दूसरी समस्या भी पूर्व की समस्या की तरह ही हैं कि आगर से करीबन 6 किमी दूर बडौद रोड पर न्यायालय नायब तहसीलदार टप्पा झौटा तहसील बडौद संचालित हो रहा हैं। यह भी अभिभाषकों व पक्षकारों के लिए गंभीर रूप से परेशानी वाला साबित हो रहा है।
सुझाव के तोर पर यदि इस न्यायालय को भी आगर संयुक्त कलेक्टर भवन के खाली कक्षों में लाया जावे तो किसानों को एक ही छत के नीचे न्याय पाना सुलभ व सस्ता साबित हो सकता हैं।
उक्त दोनो समस्याओं से पक्षकारगण व अभिभाषकों को हर समय जूझना पडता हैं क्योकि अभिभाषकगण यदि उज्जैन रोड पर स्थित न्यायालय की और जाते हैं तो उन्हें करीबन 2 से 3 घण्टे का समय प्रकरण में बहस व पेशियां लेने के साथ ही आने जाने में लगता हैं जब कि न्यायालयीन कार्य मात्र अधिकतम एक घण्टे में अभिभाषकगण निपटा कर दूसरे न्यायालय के कार्य को सम्हाल सकते है परंतु इन दोनों न्यायालय में यदि प्रकरण की पेशियां है तो दूसरे ज्युडिशियल व एडीजे कोर्ट के कामों को नहीं किया जा सकता है और यदि इन दोनों न्यायालयों के काम को किया जावे तो
राजस्व न्यायालय के प्रकरणों में पेशी करने अभिभाषक का पहुचना असंभव हो जाता हैं।
इस प्रकार की व्यवहारिक गंभीर परेशानियों को नजर अंदाज किया जाना भी उचित नहीं होगा।
श्रीमान को यह ज्ञापन प्रदत्त करते हुवे अभिभाषकगण निवेदन करते हैं कि दूरस्थ चलाए जा रहे राजस्व न्यायालयों की दूरी कम करने व पक्षकारों को सुलभ व सस्ता न्याय दिलाने की दिशा में उचित समाधान निकाला जाना आवश्यक है।
हम अभिभाषकगण इसी उम्मीद व विश्वास को लेकर यह ज्ञापन प्रदत्त कर रहे हैं कि अतिशीघ्र ही आपकी कार्य गति के मद्दे नजर परिणाम समस्याओ के समाधान को सकारात्मक हल प्रदान करेगें ।

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