5 रु का सिक्का गटकने से बालिका की हुई मौत । बालिका के परिजनों ने अस्पताल पर ईलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए किया हंगामा-
आगर मालवा-
5 रु का सिक्का निगलने से सुसनेर निवासी एक 4 वर्षीय बालिका की मौत का मामला सामने आया है ।
हालांकि इस प्रकरण में मृतक बालिका के परिजनों ने आगर के उज्जैन रोड स्थित केयर हॉस्पिटल के डॉक्टर हिमांशु चोरे पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए आज अस्पताल में हंगमा कर दिया वहीं बालिका की मौत से पहले थाना कोतवाली आगर पर दिए एक आवेदन में बताया कि मैं प्रार्थी राजेश गायरी पिता शिव जी जाति गायरी निवासी सुसनेर तहसील सुसनेर जिला आगर मालवा म.प्र. का निवासी होकर निवेदन करता हूँ कि घटना दिनांक 17/04/2023 की शाम के समय प्रार्थी की पुत्री जीविका उम्र साढ़े 4 वर्ष की है जिसके द्वारा 5 रुपये का सिक्का निगल लिया था ।
परन्तु प्रार्थी की पुत्री को कुछ न हो इसलिये उसका उपचार किये जाने हेतु केयर हास्पीटल आगर ले जाया गया था । वहाँ पर पदस्थ डॉक्टर हिमांशु चौरे के द्वारा प्रार्थी की पुत्री को बेहोश करके उसके मुह मे नली डालकर ईलाज एवं आपरेशन किया था, परन्तु प्रार्थी की पुत्री की तबीयत अधिक बिगडने पर उसको उक्त हॉस्पीटल से आगे ले जाने हेतु कहा तब विवश होकर मुझे मेरी पुत्री को उज्जैन तेजनकर हॉस्पीटल में उक्त डॉक्टर साहब स्वयं जाकर भर्ती करवा करके आये है । उक्त हिमांशु चोरे डॉक्टर साहब की लापरवाही के चलते वर्तमान समय में मेरी पुत्री जिन्दगी एवं मोते के बीच मे झूल रही है। मेरी पुत्री को दिनांक 18/04/2023 को वेन्टीलेटर पर ही डाल रखा ह एवं उसकी कोई मुवमेन्ट नही हो पा रही है। वहाँ के चिकित्सको से जानकारी लेने पर पता चला है कि केयर हॉस्पीटल के डॉक्टर साहब के द्वारा नली डालकर उसके शरीर के अंदर के पार्ट्स डेमेज होने के कारण से उसकी यह हालत हुई है। जबकि प्रार्थी की पुत्री को सिक्का निगलने के बाद से आगर हॉस्पीटल तक ले जाते समय वह ठीक से बात चीत कर रही थी और उसको किसी भी प्रकार की कोई तकलीफ नहीं थी ।
अतः श्रीमान की सेवा में आवेदन पत्र प्रस्तुत करके प्रार्थना है कि प्रार्थी के आवेदन पत्र पर सहानुभूति पूर्वक विचार करके उक्त केयर हॉस्पीटल मे पदस्थ डॉक्टर हिमांशु चौरे के खिलाफ उचित एवं दण्डात्मक कार्यवाही करने की कृपा करें ।
हालांकि इस आवेदन के बाद बालिका की मौत की खबर भी आ गई और उसके बाद मृतक बालिका के परिजनों और केयर हॉस्पिटल के मैनेजमेंट के बीच हुई बैठक के बाद परिजनों का आक्रोश भी आश्चर्यजनक रूप से शांत हो गया ।
वहीं केयर हॉस्पिटल के संचालकों के कहना है कि बालिका के गले मे सिक्का अटक गया था जिसके बाद उसने उल्टी की तो वह बालिका के श्वास नली में जाने से उसकी तबियत ज्यादा बिगड़ गई जिसके बाद उसे उज्जैन के अस्पताल में भर्ती किया गया था जहां आज उसकी मौत हो गई है । हमने जब बालिका के परिजनों को पूरा मामला समझाया तो उन्हें वास्तविकता समझ मे आ गई और वो यहां से चले गए