शिक्षा विभाग में शिक्षकों को फार्म-16 उपलब्ध कराने के लिए जिम्मेदार कर रहे 300-300 रु तक कि वसूली । स्टिंग में हुआ खुलासा । फरवरी के वेतन से टीडीएस कटाने वाले शिक्षकों को अभी तक नही मिला फार्म-16 । 31 जुलाई आयकर रिटर्न की आखरी तारीख को लेकर सभी शिक्षक पहले से ही है चिंतित
आगर मालवा-
आयकर रिटर्न की आखरी तारीख 31 जुलाई जैसे-जैसे पास आ रही है वैसे-वैसे वे लोग जिन्होंने अभी तक रिटर्न फाईल नही किया है वे भी रिटर्न भरने के लिए सक्रिय हो रहे है ।
इन सबके बीच सबसे अधिक समस्या का सामना शिक्षा विभाग के शिक्षकों को करना पड़ रहा है क्योंकि इन शिक्षकों के फरवरी माह के वेतन से शिक्षा विभाग ने टीडीएस तो काट लिया पर अभी तक शिक्षकों को उसका फार्म-16 उपलब्ध ना करवाने से शिक्षक अब तक अपना आयकर रिटर्न दाखिल नही कर सके है ।
इस तरह पहले से परेशान शिक्षकों के सामने एक और परेशानी खड़ी हो गई है क्योंकि अब जिम्मेदारों द्वारा शिक्षकों को फार्म-16 देने के एवज में 300-300 रु की डिमांड करने का मामला सामने आ रहा है ।
ऐसा ही एक स्टिंग सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है जहां एक शिक्षक सुसनेर संकुल के प्राचार्य के. एल. मालवीय से फार्म 16 लेने का प्रयास कर रहे है वहीं वीडियो में देख ऐसा लग रहा है कि प्राचार्य महोदय बिना रुपये लिए फार्म 16 उपलब्ध कराने को तैयार नही है ।
इस बारे में जब गिरीश न्यूज़ ने आरोपी प्राचार्य से चर्चा की तो उनका कहना था फार्म-16 बनाने के लिए इनकमटैक्स अधिवक्ता विपुल बिड़वाल के द्वारा राशि ली जाती है इसलिए ही वो उसका शुल्क लेने की सोच रहे थे पर अभी तक उन्होंने किसे से कोई राशि नही ली है ।
इस बारे में जब गिरीश न्यूज़ ने इनकमटैक्स के जानकारों से चर्चा की तो उन्होंने बताया की अपने कर्मचारियों को फार्म-16 निःशुल्क उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी संबंधित संस्था की होती है । इसके लिए संस्था अपने कर्मचारियों से शुल्क नही वसूल सकती है । ऐसे में शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियो और जिला प्रशासन को शिक्षकों की इस समस्या को गंभीरतापूर्वक लेकर उसका न्यायोचित हल निकालना चाहिए –