नगर पंचायत अध्यक्ष पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप। कुल 15 पार्षदों में से 8 ने लिखित में शिकायत। शिकायत करने वालो में कांग्रेस के अलावा भाजपा एवं निर्दलीय पार्षद भी शामिल
आगर मालवा –
सुसनेर। मंगलवार को सुसनेर नगर परिषद के कांग्रेस पार्षदों ने स्थानीय रेस्ट हाउस पर पत्रकार वार्ता आयोजित कर नगर परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी राहुल सिसोदिया पर लोकहित में अपने कर्तव्यों का पालन नही करते हुए भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाए है एवं मुख्यमंत्री को भेजे शिकायती आवेदन पत्रकारों को सौपे।
पत्रकारों को जो प्रेस नोट दिया गया है उसमें बीजेपी की तीन एवं एक निर्दलीय इस तरह सुसनेर नगर पंचायत के कुल 15 पार्षदों में से 8 पार्षदों के हस्ताक्षर हैं। मुख्यमंत्री को भेजे शिकायती आवेदन पर कांग्रेस पार्षद नईम अहमद मेव, तबस्सुम इमरान मेव, राकेश कानुड़िया, इबादुल्ला खान सहित भाजपा पार्षद प्रदीप सोनी, मीना पवन शर्मा, स्नेहा युगलकिशोर परमार एवं प्रेमकला कांवल के हस्ताक्षर है।
प्रेस नोट के माध्यम से बताया गया है कि नगर परिषद अध्यक्ष के द्वारा लोकहित की राशि नगर परिषद के द्वारा 9 मई 23 को प्रकरण प्रस्ताव क्रमांक 49 के माध्यम से पीआईसी में स्वीकृत किया था। जिसमे पीआईसी सदस्यों को धोखे में रखकर भारी भ्रष्टाचार कर ई रिक्शा की खरीदी की गई एवं गुलमोहर कम्पनी के 5 ई रिक्शा स्वच्छता मिशन शहरी अंतगर्त प्राप्त अनुसार राशि से खरीदे गए जिसकी एक ई रिक्शा की कीमत 1 लाख 55 हज़ार है परन्तु नगर परिषद द्वारा 4 लाख 80 हज़ार में खरीदा गया।
वही इस पर नगर परिषद सीएमओ ओपी नागर ने बताया कि ई रिक्शा पिछले सीएमओ के कार्यकाल में जीएम पोर्टल के ई टेंडिंग के माध्यम से प्रतिस्पर्धा रेट में खरीदे गए थे। वही नगर परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी राहुल सिसोदिया ने बताया कि नगर परिषद में पूरी पारदर्शिता के साथ कार्य किया जाता है। ऊक्त ई रिक्शा ऑनलाइन ई टेंडिंग के माध्यम से खरीदे गए थे जिसमें सबसे कम भाव जिसके आते है उसकी स्वीकृति सभी पार्षदों की सहमति होने पर स्वीकृति दी जाती है। वर्तमान में अध्यक्ष की सीट पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित थी जिसमे अन्य पिछड़ा वर्ग के पार्षद प्रदीप सोनी, नईम अहमद मेव, राकेश कानुड़िया एवं अन्य ओबीसी पार्षदों के भी अध्यक्ष बनने की महत्वाकांक्षा रखने के कारण तथा कुछ पार्षदों के आर्थिक स्वार्थ पूरे नही होने के कारण मुझ महिला अध्यक्ष को पद से हटाने की नाकाम कोशिश के चलते झूठी शिकायत एवं आरोप लगाकर मुझे पद से हटाने का षडयंत्र किया जा रहा है। जो भी नगर परिषद में खरीदी की जाती है वो सभी पार्षदों की प्रोसेसिंड में लिखती सहमति के बाद ही की जाती है। इन सभी महत्वाकांक्षी पार्षदों के आरोप एवं शिकायत झूठी एवं इनके विरूद्ध उचित मानहानि की कार्यवाही भी समय पर मेरे द्वारा की जाएगी।
इनका कहना है –
“ई रिक्शा की खरीदी परिषद की सहमति एवं ई टेंडिंग के माध्यम से पिछले सीएमओ के कार्यकाल में पूरी पारदर्शिता के साथ की गई थी।”-ओपी नागर, सीएमओ नगर परिषद, सुसनेर
“पिछड़े वर्ग के पार्षदों की अध्यक्ष बनने की महत्वाकांक्षा एवं अन्य पार्षदों के आर्थिक स्वार्थ के चलते झूठे आरोप एवं शिकायत की जा रही है जिस पर मेरे द्वारा मानहानि का प्रकरण दर्ज किए जाने की सलाह विधि विशेषज्ञ से ली जा रही है।”- लक्ष्मी राहुल सिसोदिया
“नगर परिषद अध्यक्ष ने आर्थिक अनियमितता कर बाजार भाव से बहुत अधिक रेट में ई रिक्शा खरीदी की है जिसकी शिकायत पार्षदों द्वारा मुख्यमंत्री एवं अन्य अधिकारियों को की गई है।”- नईम अहमद मेव कांग्रेस पार्षद सुसनेर-