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सोयत नगर पंचायत के प्रभारी दरोगा पर लगा ₹80000 लेकर महिला कर्मचारी को रखने का आरोप। नौकरी से निकाले जाने के बाद पीड़ित महिला ने सोशल मीडिया पर वीडियो अपलोड कर कर लगाया आरोप। पिडित महिला ने उच्च अधिकारियों से भी की शिकायत

आगर मालवा-सोयत नगर पंचायत के प्रभारी दरोगा राकेश छापरीबंद पर ₹ 80000/- लेकर सफाई कर्मचारी को रखने का आरोप लगा है। पीड़िता श्रीमती शर्मिला वाल्मीकि ने इस संबंध में सोशल मीडिया पर एक वीडियो बनाकर वायरल किया है जिसमें वह दरोगा को ₹80000 देकर नौकरी पर लगने की बात कर रही है। पुरे मामले का खुलासा उस समय हुआ जब  दारोगा ने आरोप लगाने वाली कर्मचारी को 9 माह बात नौकरी से हटा दिया और किसी अन्य को नौकरी पर रख लिया है।

हालांकि इस पूरे मामले पर प्रभारी दरोगा ने आरोपी को झूठा बताते हुए गिरीश न्यूज़ को बताया कि उन्होंने आरोप लगाने वाली महिला को अस्थाई कर्मचारियों के तौर पर रखा था किसी कर्मचारी की तबीयत खराब हो जाने पर यह अन्य किसी कारण से अनुपस्थित होने पर कुछ समय के लिए ऐसे कर्मचारियों को रख लिया जाता है इसी तरह श्रीमती शर्मिला वाल्मीकि को रखा गया था और जब अन्य कर्मचारी वापस आ गई तो उसकी जगह उसे हटा दिया गया है और अब महिला षडयंत्र पूर्वक आरोप लगा रही है।

वही नगर पालिका सीएमओ देवेंद्र कुमार वत्स ने बताया कि आरोप लगाने वाली महिला मुझे आवेदन देकर बताया था कि मुझे काम से बंद कर दिया गया है तब मैंने उसे कहा था कि आपको बंद नहीं किया गया है पर फिर भी उन्हें इस तरह की एक शिकायत प्राप्त हुई है जिसकी मेरे द्वारा जांच की जा रही है।

 पीड़ित महिला ने गिरीश न्यूज़ को बताया कि उसे दरोगा द्वारा ₹ 80000/- लेकर हमेशा के लिए कर्मचारियों के तौर पर रखा गया था बाद में किसी अन्य महिला को रखकर उसे हटा दिया गया है। अपने आरोपों का समर्थन में प्रेषित महिला अपने बच्चों को मंदिर पर खड़ा करने और दरोगा के बच्चे को भी मंदिर पर खड़ा करके बयान कराने की बात कह रही है शादी महिला प्रकरण से संबंधित कुछ साक्ष भी अपने पास होने की बात कह रही है –

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