आगर मालवा जिले के सोसायटी कर्मचारियों को बेरोजगार करने पर प्रदेश संगठन नें दी आंदोलन की चेतावनी। सुसनेर विधायक द्वारा विधानसभा में पूछे गए प्रश्न के बाद हो रही कार्रवाई का मामला
आगर मालवा:-
सुसनेर विधानसभा क्षेत्र सुसनेर के विधायक भेरूसिंह परिहार ( बापू )के द्वारा विधानसभा में आगर मालवा जिले के प्राथमिक सहकारी समितियों में लगे कर्मचारीयों का प्रश्न उठाने उठाने के बाद नियम विरुद्ध तरीके से लगे कर्मचारियों को हटाने की कार्रवाई शुरू हो चुकी है जिसके चलते दर्जनों कर्मचारियों पर बेरोजगारी की तलवार लटक गई है। अब इन कर्मचारियों के प्रदेश संगठन प्राथमिक सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ मध्यप्रदेश भोपाल का कहना है कि कांग्रेस विधायक द्वारा उठाये प्रश्न का बहाना बनाकर अधिकारियो द्वारा इन दर्जनों कर्मचारियों को नियम विरूद्ध ढंग से कार्यवाही किये जाने के लिए निर्देश दिए गए है। जिस पर प्राथमिक सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ मध्यप्रदेश भोपाल ने इसको नैसर्गिक न्याय के सिद्धांत और सेवा नियम के खिलाफ बताया है। पीएसीएस महासंघ भोपाल ने उपायुक्त सहकारिता जिला आगर एवं शाजापुर को पत्र क्रमांक 23-24 को सोमवार 12 फरवरी को भेजे पत्र के माध्यम से महासंघ द्वारा इसका पुरजोर विरोध करते हुए इस कार्यवाही को रोकने का आग्रह किया है ताकि इन कर्मचारियों के परिवार जनों को भूखों मरने की नोबत ना आये तथा जब तक उक्तानुसार कार्यवाही रोकी नही जाती है तब तक गुरुवार 15 फरवरी 2024 से अनिश्चित काल तक समुचे जिले की समस्त पीएसीएस संस्थाओं को बंद किया जाकर आंदोलन किये जाने की चेतावनी दी है। आगे महासंघ द्वारा भेजे पत्र में बताया गया है कि अगर ये नियम विरूद्ध कर्मचारियों को बेरोजगार करने कार्यवाही नही रोकी जाती है तो इन संस्थाओं के कम्प्युटराईजेशन, वसुली, वितरण, पंजीयन तथा पीडीएस
आदी महत्वपूर्ण कार्य पुर्णतः प्रभावित होंगे। जिसकी समस्त जवाबदारी विभाग की होगी। साथ ही महासंघ से हुए समझोते अनुसार सहायक प्रबंधको में से 60% पदोन्नती संस्था प्रबंधको पर पहले होना थी। परतु बैंक द्वारा 40% सीधी भर्ती पुर्ण कर नियुक्ति दे दी है। जो घोर आपत्ती जनक है। तथा सीधी भर्ती के लोगो को संस्थाओं में ज्वाईन नहीं कराया जावें जब तक कि 60 प्रतिशत पदोन्नती पुर्ण नही कि जाती है।
महासंघ ने पत्र में विभाग को चेतावनी दी कि दोनो बिन्दुओं पर जब तक समुचित आदेश पारित न हो जाऐ तब तक 15 फरवरी से अनिश्चित काल के लिये आंदोलन जारी रहेगा।
वही भाजपा नेता एवं सहकारिता समिति के अध्यक्ष एवं मीसाबंदी रतनसिंह परमार ने कहा कि अधिकारियों द्वारा बिना किसी बाजिब कारण एवं आदेश के जिले के इन दर्जनों कर्मचारियों को हटाया जाता है तो इन कर्मचारियों को बेरोजगारी का सामना तो करना ही पड़ेगा बल्कि इनके परिवार वालो को भी भूखों मरने की नोबत आएगी।सुसनेर। विधानसभा क्षेत्र सुसनेर के विधायक भेरूसिंह परिहार ( बापू )के द्वारा विधानसभा में आगर मालवा जिले के प्राथमिक सहकारी समितियों में लगे कर्मचारीयों का प्रश्न उठाने उठाने के बाद नियम विरुद्ध तरीके से लगे कर्मचारियों को हटाने की कार्रवाई शुरू हो चुकी है जिसके चलते दर्जनों कर्मचारियों पर बेरोजगारी की तलवार लटक गई है। अब इन कर्मचारियों के प्रदेश संगठन प्राथमिक सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ मध्यप्रदेश भोपाल का कहना है कि कांग्रेस विधायक द्वारा उठाये प्रश्न का बहाना बनाकर अधिकारियो द्वारा इन दर्जनों कर्मचारियों को नियम विरूद्ध ढंग से कार्यवाही किये जाने के लिए निर्देश दिए गए है। जिस पर प्राथमिक सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ मध्यप्रदेश भोपाल ने इसको नैसर्गिक न्याय के सिद्धांत और सेवा नियम के खिलाफ बताया है। पीएसीएस महासंघ भोपाल ने उपायुक्त सहकारिता जिला आगर एवं शाजापुर को पत्र क्रमांक 23-24 को सोमवार 12 फरवरी को भेजे पत्र के माध्यम से महासंघ द्वारा इसका पुरजोर विरोध करते हुए इस कार्यवाही को रोकने का आग्रह किया है ताकि इन कर्मचारियों के परिवार जनों को भूखों मरने की नोबत ना आये तथा जब तक उक्तानुसार कार्यवाही रोकी नही जाती है तब तक गुरुवार 15 फरवरी 2024 से अनिश्चित काल तक समुचे जिले की समस्त पीएसीएस संस्थाओं को बंद किया जाकर आंदोलन किये जाने की चेतावनी दी है। आगे महासंघ द्वारा भेजे पत्र में बताया गया है कि अगर ये नियम विरूद्ध कर्मचारियों को बेरोजगार करने कार्यवाही नही रोकी जाती है तो इन संस्थाओं के कम्प्युटराईजेशन, वसुली, वितरण, पंजीयन तथा पीडीएस
आदी महत्वपूर्ण कार्य पुर्णतः प्रभावित होंगे। जिसकी समस्त जवाबदारी विभाग की होगी। साथ ही महासंघ से हुए समझोते अनुसार सहायक प्रबंधको में से 60% पदोन्नती संस्था प्रबंधको पर पहले होना थी। परतु बैंक द्वारा 40% सीधी भर्ती पुर्ण कर नियुक्ति दे दी है। जो घोर आपत्ती जनक है। तथा सीधी भर्ती के लोगो को संस्थाओं में ज्वाईन नहीं कराया जावें जब तक कि 60 प्रतिशत पदोन्नती पुर्ण नही कि जाती है।
महासंघ ने पत्र में विभाग को चेतावनी दी कि दोनो बिन्दुओं पर जब तक समुचित आदेश पारित न हो जाऐ तब तक 15 फरवरी से अनिश्चित काल के लिये आंदोलन जारी रहेगा।
वही भाजपा नेता एवं सहकारिता समिति के अध्यक्ष एवं मीसाबंदी रतनसिंह परमार ने कहा कि अधिकारियों द्वारा बिना किसी बाजिब कारण एवं आदेश के जिले के इन दर्जनों कर्मचारियों को हटाया जाता है तो इन कर्मचारियों को बेरोजगारी का सामना तो करना ही पड़ेगा बल्कि इनके परिवार वालो को भी भूखों मरने की नोबत आएगी-