नई-नई विकसित हो रही कॉलोनी में प्लांट ख़रीदे जरा सोच समझकर। अब इस कॉलोनी के रहवासी अंधेरे में रहने को मजबूर। पानी भी डलवाना पड़ रहा है टैंकरो से। परीक्षा के समय रह वासियों के सामने खड़ी हुई बड़ी समस्या
आगर मालवा-
यदि आप भी नई विकसित हो रही कॉलोनी में प्लाट खरीदने जा रहे हैं तो फिर यह खबर आपके काम की है क्योंकि किसी भी नई विकसित हो रही कॉलोनी में प्लाट खरीदने के पहले कॉलोनाइजर द्वारा दिए गए आश्वासन के आधार पर ही आप प्लांट ना खरीद लें बल्कि अपने स्तर पर इस आश्वासन की पूरी जांच पड़ताल कर ले ताकि भविष्य में आपको किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े।
ऐसा ही एक मामला सामने आया है आ गर की नव विकसित हो रही कॉलोनी ईडन गार्डन में मास्टर कॉलोनी के नजदीक स्थित इस कॉलोनी में पिछली 2 रातो से यहां के रहवासी अंधेरे में रहने को मजबूर है और ऐसे समय जब बच्चों की परीक्षाएं चल रही है उनके सामने बड़ी समस्याएं खड़ी हो गई है।
रहवासियों का कहना है कि प्लाट बेचते समय कॉलोनाइजर संदीप बढ़जात्या ने कई तरह के आश्वासन दिए थे पर वे सब अधूरे हैं इसके साथ ही वे कॉलोनी में नल एवं स्थाई बिजली कनेक्शन की व्यवस्था भी नहीं कर रहे हैं और साथ ही जब वह बिजली के लिए रूपोंयों की मांग करते हैं तो हम उनके द्वारा मांगे गए रूपयों को भी दे देते हैं पर इसके बाद भी उनके द्वारा कॉलोनी का बिजली कनेक्शन कटवा दिया गया है ऐसे में अब हम अंधेरे में रहने को मजबूर हैं और परीक्षा के समय हमारे बच्चों की पढ़ाई भी गंभीर रूप से प्रभावित हो रही है। वही पानी भी हमें टैंकरों से डलवाना पड़ता है।
कॉलोनाइजर संदीप बड्जत्या नें गिरीश न्यूज़ को बताया कि उन्होंने स्थाई विद्युत कनेक्शन के लिए सारी प्रक्रिया पूर्ण कर ली है और अब वह प्लाट धारकों से ₹ 25 स्क्वायर फीट प्लाट के हिसाब से रूपयों की मांग कर रहे हैं जो प्लाट धारक देने को तैयार नहीं है ऐसे में स्थाई कनेक्शन की व्यवस्था नहीं हो रही है जिसके चलते विद्युत विभाग द्वारा कॉलोनी का विद्युत कनेक्शन काट दिया गया है यदि कॉलोनी वासी ₹25 स्क्वायर फीट के हिसाब से राशि दे तो वह उनके यहां स्थाई मीटर लगवा सकते हैं जिसके बाद यह सारी समस्या दूर हो जाएगी।
वहीँ प्लाट धारकों का कहना है कि जब रजिस्ट्री की गई थी तो उस समय ₹10 स्क्वायर फीट के हिसाब से बिजली कनेक्शन के लिए राशि देनें का कहा गया था पर अब कॉलोनाइजर ₹25 स्क्वायर फीट मांग रहा हैं जो कि गलत है।
रहवासियों का यह भी कहना है कि उन्होंने अपनी समस्या के लिए अधिकारियों को भी जनसुनवाई में आवेदन दिया है पर अभी तक उस पर कोई कार्रवाई नहीं होने से यह गंभीर स्थिति उत्पन्न हो चुकी है। अब यदि जल्द उनकी समस्या का निराकरण नहीं किया तो वह फिर उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे-