मंगलवार को बीएमओ नें की अवैध क्लिनिको पर कार्रवाही। बुधवार को सीएमएचओ ने कार्रवाई को अवैध बताते हुए बीएमओ को दिया शो-काज नोटिस
आगर मालवा –
सुसनेर नगर में विगत दिनों बिना लाइसेंस चल रहे दो दवाखानों को बीएमओ डॉक्टर राजीव बरसेना ने बन्द करवा कर दवाई एवं अन्य उपचार के उपकरण जप्त किये थे । इस कार्रवाई की स्थानीय स्तर पर काफी प्रशंसा की जा रही थी।
हालांकि वर्तमान में डॉक्टर बरसेना किसी भी क्लीनिक को सील करने की कार्रवाई से इंकार कर रहे हैं। पर अब जिले के सीएमएचओ राजेश गुप्ता ने बीएमओ की इस कार्रवाही को नियम विरुद्ध बताते हुए उन्हें शोकाज नोटिस जारी किया है। सीएमएचओ द्वारा कारण बताओ सूचना पत्र के माध्यम से कहा गया है कि जिला कार्यालय की अनुमति के बगैर 28 मई को अनधिकृत रूप से निजी क्लिनिक का निरीक्षण किया गया तथा 2 क्लिनिक सील किए गए। इस प्रकार के निरीक्षण के लिए जिला कार्यालय की अनुमति जरूरी होने का बताकर सीएमएचओ डाक्टर गुप्ता ने डॉक्टर बरसेना की इस कार्यवाही को बिना अनुमति के सुसनेर में निरीक्षण किया जाना अवैधानिक होकर पूर्णत अनुचित सूचनापत्र में बताया है।
जबकि स्थानीय लोगों का कहना है कि निजी चिकित्सक के द्वारा उपचार के दौरान एक व्यक्ति की मौत होने की शिकायत पर इस प्रकार की कार्रवाई डॉक्टर बरसेना द्वारा की गई थी। परंतु सीएमएचओ डॉ राजेश गुप्ता के अनुसार निजी चिकित्सकों पर कार्रवाई से पहले जिला कार्यालय को न तो कोई सूचना दी गई और न ही किसी भी प्रकार की अनुमति ली गई है, जो गलत है।
नोटिस में बताया गया है कि बिना अनुमति के सुसनेर में इस तरह की कारवाई किया जाना अवैधानिक होकर पूर्णत अनुचित है। इस प्रकार की कार्रवाई आपके द्वारा पूर्व में भी की गई है जो कि अनुचित है।
वही डॉक्टर राजीव बरसेना का कहना है की एक शिकायत मिलने पर उनके द्वारा क्लिनिको का निरीक्षण किया गया है। किसी भी क्लीनिक को सील नहीं किया गया है। सीएमएचओ से शो-कॉज नोटिस उन्हें प्राप्त हुआ है इस संबंध में उनकी सीएमएचओ से मोबाइल पर बात हो चुकी है साथ ही शो काज नोटिस का जवाब बनाकर उनको दिया जा रहा है।
कार्रवाई का विरोध
नगर में निजी चिकित्सकों द्वारा बुधवार को अपने क्लीनिक बंद रख कार्रवाई का विरोध जताया। चिकित्सकों का कहना था कि बीएमओ द्वारा जो कार्रवाई की गई है, वह द्वेषतापूर्ण है। निजी चिकित्सक गरीब लोगों का कम राशि में इलाज करते हैं। कोरोना काल के दौरान निजी चिकित्सकों ने कई मरीजों की जान बचाई। आपात स्थिति में कई बार शासकीय अस्पताल में चिकित्सक मौजूद नहीं रहते हैं, मरीज अस्पताल पहुंचने की स्थिति में नहीं होता ऐसे में निजी चिकित्सक मरीज का इलाज करते आ रहे हैं। लेकिन पिछले कुछ समय से निजी चिकित्सकों के विरुद द्वेषतापूर्ण कार्रवाई की गई है।
सीएमएचओ को दिया शिकायती आवेदन
पांच दिन पहले सुसनेर के एक निजी चिकित्सक से दबाव बनाकर 10 हजार रुपए की वसूली को लेकर निजी चिकित्सकों ने पुलिस थाने में नगर के मनोज माली के विरुद्ध दिया था। इसके बाद मंगलवार को निजी चिकित्सकों पर दबाव बनाने के लिए बीएमओ द्वारा कार्रवाई का आरोप निजी चिकित्सकों ने लगाया है।
मनोज माली ने जिला स्वास्थ्य अधिकारियों पर लगाए आरोप
वही मनोज माली का कहना है कि निजी चिकित्सक एवं अवैध दवाखानों को संचालित करने वाले जिले के अधिकारियों की हर मंथली सेवा की जाती है एवं उन्ही के दम पर बिना लाइसेंस के क्षेत्र में अनेक दवाखाने चल रहे है। जिन पर बीएमो बरसेना ने कार्यवाही कर अच्छा उदाहरण प्रस्तुत किया था। जिस पर बुधवार को सुसनेर, सोयतकलां, नलखेड़ा एवं मोड़ी के सभी निजी चिकित्सक आगर-मालवा सीएमएचओ कार्यालय पहुंचे तथा सीएमएचओ डॉ. राजेश गुप्ता को शिकायती आवेदन दिया-