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जिले के 70 किसान कर रहे पिछले 24 साल से मुआवजे का इंतजार । दूसरे जिले के किसानों को 18 साल पहले ही मिल गया मुआवजा। अब कलेक्टर ने दिया जल्द ही समस्या के समाधान का आश्वासन

आगर मालवा-
जिला आगर मालवा के सोयत कला के निवासी 70 से अधिक किसानों को 24 साल बाद भी मुआवजे का इंतजार है। इस बीच पीड़ित किसानों ने कई बार आंदोलन किया है पर हर बार उन्हें आश्वासन ही मिला पर मुआवजा अब तक नहीं मिला है।
मामला है एमपीआरडीसी द्वारा निर्मित सोयत-जीरापुर राज्य मार्ग का जिसका निर्माण वर्ष 2001 में प्रारंभ हुआ था उस समय इस सड़क का निर्माण आगर मालवा जिले ( तत्कालीन जिला शाजापुर ) के सोयत कला के किसानों के साथ ही राजगढ़ जिले के भी कई किसानो की भूमि से होकर किया गया था। सड़क निर्माण के प्रारंभ से ही मुआवजे को लेकर शासन, प्रशासन और पीड़ित किसानों के बीच खींच -तान शुरू हो गई थी। इस खींच – तान के बीच राजगढ़ जिले के किसानों को तो वर्ष 2006 में मुआवजा दे दिया गया पर आगर मालवा जिले के किसानों को अभी तक मुआवजा नहीं मिला है। इस पूरे प्रकरण का सबसे रोचक तथ्य यह हैं कि किसानों की जमीन पर से सड़क का निर्माण तो कर दिया गया परंतु राजस्व रिकॉर्ड में जमीन आज भी किसानों के नाम है और उस जमीन पर किसी प्रकार की कोई रोड नहीं बताई गई है और जिसके चलते कई किसानों ने इस भूमि का डायवर्सन कराकर इसके आस – पास प्लाट भी काट दिए हैं।
इस प्रशासनिक लापरवाही का ही खामियाजा आज तक आगर मालवा जिले के किसान भुगत रहे हैं और इसके चलते इन पीड़ित किसानों को अभी तक मुआवजा प्राप्त नहीं हुआ है जबकि वह इसके लिए पहले भी कई बार आंदोलन कर चुके हैं। अब एक बार फिर पीड़ित किसान संगठित होकर सक्रिय हुए हैं और वे अपनी मुआवजे की मांग को लेकर जिला कलेक्टर को लगातार आवेदन दे रहे हैं। कलेक्टर राघवेंद्र सिंह ने भी अब इस पूरे प्रकरण को बड़ी गंभीरता के साथ लिया है और उन्होंने संबंधित एमपीआरडीसी एवं पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को बुलाकर इस प्रकरण के जल्द से जल्द निराकरण के निर्देश दिए हैं। पीड़ित किसानों ने गिरीश न्यूज़ को बताया कि कलेक्टर के द्वारा उन्हें चार-पांच दिन में ही इस दिशा में ठोस कार्रवाई का आश्वासन दिया गया है।
पीड़ित किसानों का कहना है कि उन्हें जल्द से जल्द ब्याज के साथ मुआवजा प्रदान किया जाना चाहिए और अब यदि उन्हें मुआवजा जल्दी प्रदान नहीं किया गया तो वें आंदोलन को बाध्य होंगे और जिसमे होने वाले समस्त प्रकार के नुकसान की जिम्मेदारी शासन, प्रशासन की होगी। इस दौरान सोयत कला निवासी पीड़ित किसानों में नंदलाल जी कुशवाह, रमेश राठौर, अर्जुन कुशवाह, प्रेमचंद कुशवाह, अजब सिंह कंडारा, सलाकराम कुशवाह, दुर्गा लाल कुशवाह, रामलाल गुर्जर जेतली मंडल अध्यक्ष, अमर लाल गुर्जर पूर्व जनपद सदस्य धनोदा, पीरूलाल माली, कवरलाल कुशवाह, कालूराम जी कंडारा, मदन जी कुशवाह, समरथ सिंह जी दरबार, नंदलाल जी दरोगा आदि उपस्थित रहे।

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