आतंक मचा रहे लाल मुंह के बंदर को पकड़ने में तीन दिनों की मेहनत के बाद आखिरकार वन विभाग को मिली सफलता। रेस्क्यू कर जंगल में छोड़ा –
आगर मालवा-
जिले के तनोडिया में ग्रामीणों को नुकसान पंहुचा रहे लाल मुंह के बंदर का वन विभाग द्वारा तीन दिन के सतत प्रयास के बाद सफल रेस्क्यू कर लिया गया है।
विभाग द्वारा लाल मुंह के बन्दर को ग्राम तनोडिया में पिंजरा लगाकर सर्चिंग कार्य कर सफल रेस्क्यू वरिष्ट अधिकारियो के मार्गदर्शन में लक्ष्मी नारायण चौधरी वन परिक्षेत्र अधिकारी, देवास से आये बंदर पकड़ने में एक्सपर्ट मुमताज खां एवं वन विभाग की टीम डिप्टी रेंजर लाखन सिंह राजपूत, बीट प्रभारी विपिन शर्मा, छगनलाल परमार वनरक्षक, बालकिशन गवली स्थायकर्मी, मेहरवान मालवीय स्थाई कर्मी द्वारा लाल मुँह के बंदर को पकड़ने में सराहनीय भूमिका रही। रेस्क्यू उपरांत लाल मुह के बन्दर को जंगल में सुरक्षित छोड़ा गया।
पिछले करीब चार माह से एक लाल मुह का बंदर ने तनोड़िया नगरवासियों को परेशान कर रखा था। लाल मुंह का यह बंदर नगर के घरों में छतों पर से नीचे किचन में घुस कर मोबाइल,व अन्य समान उठा ले जाता है और उन समानों को क्षतिग्रस्त कर फेक देता था वहीं छोटे बच्चों के लिए तो यह काफी खतरनाक सिद्ध होने लगा था। इसने शुक्रवार सुबह पाटीदार मोहल्ले में रहने वाले संजय भाटी के दो जुडवा बच्चों को बुरी तरह घायल कर दिया। जिन्हें उपचार के जिला अस्पताल भेजना पडा। पुर्व में भी ये लाल मुंह का बंदर 5 – 6 बच्चों को घायल कर चुका था।
वही इस प्रकरण में नगर वासियों की शिकायत के बाद प्रारंभ में वन विभाग की भूमिका पर भी कई तरह के प्रश्न चिन्ह लग रहे थे। वन विभाग कुछ तकनीकी पहलुओं का हवाला देते हुए इस बंदर को पकड़ने मैं अपनी सक्रिय भूमिका नहीं दिखा रहा था और फिर बताया जा रहा है कि जनप्रतिनिधि एवं कलेक्टर के हस्तक्षेप के बाद वन विभाग सक्रिय हुआ और आखिरकार तीन दिनों की मशक्कत के बाद इस लाल मुंह के बंदर को पकड़ा जा सका-