आगर मालवा जिले में फिर आया ऑनलाइन बैंकिंग धोखाधड़ी का मामला सामने। 4,70,990/- रूपये निकले बैंक खाते से। 7 माह बाद मिली खाताधारक को जानकारी
आगर मालवा –
आगर के एक व्यक्ति से फिर ऑनलाइन धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। इस प्रकरण में पीड़ित के खाते से 4,70,990/- रुपये फ्राड करने वाले ने यूपीआई के माध्यम से अवैध तरीके से निकाल लिए हैं। प्रकरण की खास बात यह है कि पीड़ित को इस घटना के करीब 7 माह बाद दिनांक 9/06/2025 को जानकारी उस समय मिली है जब वह अपने बचत खाते से राशि निकालने के लिए बैंक पहुंचा तब बैंक में उसे बताया गया कि उसके खाते में तो मात्र ₹500 शेष है। जैसे ही बैंक वालों ने उसे यह जानकारी दी पीड़ित हक्का-बक्का रह गया क्योंकि उसने कभी भी इतनी बड़ी राशि का ट्रांसफर किसी को नहीं किया था। इसके बाद पीड़ित ने बैंक से अपना स्टेटमेंट निकाला तो उसे पता चला कि दिनांक 5/11/2024 से 4/01/2025 के मध्य हुए कुल 11 यूपीआई ट्रांजैक्शन के माध्यम से उसके खाते से कुल 4,70,990/- रूपये की राशि किसी राज शर्मा के खाते में डाली गई है जबकि पीड़ित नें कभी भी यह राशि किसी राज शर्मा को नहीं भेजी है।
यह घटना आगर के लक्ष्मणपुरा निवासी राजेश जाटव के साथ हुई है।
गिरीश न्यूज़ से चर्चा करते हुए पीड़ित राजेश जाटव ने बताया है कि वह किसी राज शर्मा नाम के व्यक्ति को नहीं जानते हैं और ना ही उन्होंने कभी किसी राज शर्मा को किसी राशि का ट्रांसफर किया है। इस धोखाधड़ी की जानकारी मिलने पर उन्होंने इसकी शिकायत आगर के स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया जहाँ उनका यह बचत खाता है के प्रबंधक के साथ ही साइबर सेल जिला आगर मालवा और पुलिस अधीक्षक को की है।
पीड़ित राजेश जाटव ने गिरीश न्यूज़ को यह भी बताया कि वे कभी यूपीआई एप्लीकेशन का उपयोग नहीं करते थे पर जो ऑनलाइन धोखाधड़ी उनके साथ हुई है उसके कुछ दिन पूर्व ही उन्होंने आगर के बस स्टैंड स्थित एक मोबाईल दुकान जहां पर बैंकों के माध्यम से रूपयों का लेनदेन भी किया जाता है पर यूपीआई की सुविधा शुरू करवाई थी साथ ही इसके लिए यूपीआई पिन भी जनरेट करवाया था और इसके बाद दो-तीन बार यूपीआई के माध्यम से रूपये का ट्रांजैक्शन भी किया था पर इसके बाद उन्होंने कभी स्वयं यूपीआई ट्रांजैक्शन नहीं किया है।
अब साइबर सेल आगर शिकायत मिलने के बाद प्रकरण में जांच कर रही है –