क्या सोयत, सल्याखेड़ी और डोंगरगांव में नेशनल हाईवे की चौड़ाई होगी कम ? जनप्रतिनिधि और अधिकारियों के निरीक्षण के बाद प्रभावितों में जगी उम्मीद
आगर मालवा-
सोयत, साल्याखेड़ी और डोंगरगांव से होकर बन रहे राष्ट्रीय राजमार्ग की कुल चौड़ाई को कम करने को लेकर पिछले काफी समय से से संघर्ष कर रहे प्रभावित रहवासियों के मन मे अपने संघर्ष की सफलता को लेकर कुछ उम्मीद जगी है ।
आज क्षेत्रीय विधायक राणा विक्रम सिंह के साथ ही, एसडीएम सोहन कनाश, नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि कुंवर पुष्पराज सिंह जादौन, विधायक प्रतिनिधि गोविंद सिंह जाला, मनीष जैन, पूर्व विधायक प्रतिनिधि प्रदीप शर्मा, पार्षद दिलीप पायलट के साथ सड़क अधिकारी आलोक जी पांडे आदि ने निर्माणधीन सड़क और उससे प्रभावित होने वाली दुकान एवं घरों का सर्वे किया है ।
इस सर्वे के उपरांत प्रभावित लोगों ने हमे बताया कि उन्हें इसका आश्वासन दिया है कि प्रभावितों का नुकसान कम से कम हो इस लिए इस सड़क की चौड़ाई मध्य से 52-52 फिट से घटाकर लगभग 37-37 फिट के करवाने के प्रयास किए जाएंगे ।
वहीं जब गिरीश न्यूज़ ने नेशनल हाईवे से संबंधित अधिकारियों से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि इस तरह के प्रकरण की उन्हें जानकारी है पर कलेक्टर के स्तर से कोई प्रस्ताव प्राप्त होने के उपरांत ही वो उस पर कुछ आगे कार्यवाही कर सकते है । हम आपको बता दे कि कुछ इसी तरह की कार्यवाही पहले इसी सड़क के लिए घोसला में हो चुकी है जहां सड़क की चौड़ाई एक और 52 फिट से घटाकर लगभग 40 फिट की गई है जबकि दूसरी ओर का मामला अभी विचारधीन है । जैसा कि गिरीश न्यूज़ ने पहले दिखाई अपनी एक खबर में सड़क चौड़ीकरण से सोयत में प्रभावित पीड़ितों की पीड़ा दिखाते हुए बताया था कि प्रभावितों का आरोप है कि इस सड़क चौड़ीकरण में ठेकेदार कंपनी द्वारा उनके पूर्ण स्वामित्व की दुकानों और भवनों को तोड़ने का नोटिस दिया जा रहा है जबकि इस संबंध में उन्हें पूर्व से ना तो कोई सूचना दी गई थी और ना ही इसके लिए शासन स्तर से कोई मुआवजा दिया जा रहा है ।
हालांकि आज के घटनाक्रम से सड़क चौड़ीकरण से प्रभावित हो रहे लोगो के मन मे अपनी दुकान और मकान बचने की कुछ आशा जरूर जगी है पर आगे वास्तव में क्या होगा यह तो आने वाले समय मे ही पता चलेगा ।