डिजिटल युग मे साहित्यिक चोरी कितना बड़ा अपराध । कितना है आपका आपकी बौद्धिक संपदा पर अधिकार । यहां होगा राष्ट्रीय शोध संगोष्ठी का आयोजन –
आगर मालवा। स्थानीय शासकीय नेहरु स्नातकोत्तर महाविद्यालय आगर मालवा में डिजिटल युग में साहित्यिक चोरी एवं बौद्धिक संपदा अधिकार विषय पर दिनांक 24 जनवरी को सुबह 10 बजकर 30 मिनीट पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। इस तरह का आयोजन महाविद्यालय में पहली बार हो रहा है। संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य शिक्षा व शिक्षा से सम्बंधित शोधकार्यों में गुणवत्ता को बढ़ाने हेतु विद्वानों व शिक्षाविदों का मार्गदर्शन शोधकर्ताओं व विद्यार्थियों प्रदान करना है। विश्वबैंक परियोजना द्वारा पोषित एवं ग्रन्थालय विभाग द्वारा आयोजित इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में विभिन्न राज्यों के शोधकर्ताओं व शिक्षाविदों के शोधपत्र प्राप्त हुए हैं जिनका प्रस्तुतिकरण संगोष्ठी के द्वितीय सत्र में होगा। संगोष्ठी के प्रथम सत्र-उद्घाटन सत्र के दौरान मुख्य अतिथि आगर कलेक्टर माननीय श्री कैलाश वानखेड़े जी होंगे। संगोष्ठी में विषय विशेषज्ञ वक्तात्रय डॉ प्रभात पांडे, डॉ एस के पाठक एवं डॉ मनीष कुमार वाजपेयी उक्त विषय पर शोधकर्ताओं एवं विद्यार्थियों को सम्बोधित करेंगे। संगोष्ठी के मुख्य संरक्षक अतिरिक्त संचालक उज्जैन संभाग डॉ अर्पण भारद्वाज, संरक्षक संस्था प्राचार्य डॉ रेखा गुप्ता, संयोजक सुश्री दीप्ति लोदवाल, सह-संयोजक विश्वबैंक एवं आईक्यूएसी प्रभारी डॉ रंजू गुप्ता के संयोजन में महाविद्यालयीन समिति द्वारा संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। संगोष्ठी में शामिल होने व शोधपत्र भेजने हेतु ऑनलाइन पंजीयन के साथ ही ऑन द स्पॉट पंजीयन भी कराया जा सकेगा। स्तरीय शोधपत्रों का प्रकाशन आईएसएसएन क्रमांक प्राप्त शोध पत्रिका में प्रकाशित किये जायेंगे। प्राचार्य डॉ रेखा गुप्ता ने शिक्षा के क्षेत्र से जुड़े शोधकर्ताओं व विद्यार्थियों को संगोष्ठी में आमंत्रित किया है। जानकारी डॉ सन्तोष एस्के ने दी।