अभिभाषक संघर्ष समिति के बैनर तले कल अभिभाषक निकालेंगे वाहन रैली । आम नागरिक एवं किसानों से भी रैली में सम्मिलित होने का किया आव्हान । आगर के राजस्व न्यायालयों को संयुक्त कलेक्टर कार्यालय में स्थापित करने की मांग
आगर-मालवा-
अभिभाषक संघर्ष समिति आगर के द्वारा कल 15 जून 2023 को नगर के प्रमुख मार्गो से एक वाहन रैली अपनी मांगों को लेकर निकाली जाएगी । अभिभाषक संघर्ष समिति के अध्यक्ष ब्रज शास्त्री ने बताया कि अभिभाषकों के द्वारा राजस्व न्यायालयों को संयुक्त कलेक्टर कार्यालय में रिक्त पड़े कमरों में शिफ्ट किए जाने की मांग को लेकर चरणबद्ध रूप से आंदोलन किया जा रहा है जिसके तहत पूर्व में भी भाजपा जिला अध्यक्ष चिंतामन राठौर एवं विधायक विपिन वानखेड़े को जिम्मेदारों को ज्ञापन दिए गए थे और अब इसी तारतम्य में दिनांक 15 जून 2020 को एक वाहन रैली आम जनों में जागरूकता, सक्रियता एवं सहभागिता के लिए निकाली जाएगी ।
रैली न्यायालय परिसर से दोपहर 2:00 बजे प्रारंभ होकर नगर के प्रमुख मार्ग अस्पताल चौराहा, सती रोड, सर्राफा बाजार से होकर गोपाल मंदिर, नाना बाजार, छावनी चौराहा होती हुई संयुक्त कलेक्टर कार्यालय पहुंचेगी जहां पर अभिभाषक संघर्ष समिति के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन दिया जाएगा. आयोजित रैली में नगर के गणमान्य नागरिक, किसानों एवं सभी पत्रकारगणों से अध्यक्ष शास्त्री ने अपील की है कि किसानों व पक्षकारों तथा व्यापारी एवं अभिभाषकों व जनहित के इस मुद्दे पर वाहन रैली में शामिल होकर मांग के समर्थन में अधिक संख्या में पधारे ।
हम आपको बता दे कि उज्जैन रोड पर स्थित राजस्व न्यायालयों एवं पंजीयक कार्यालय के साथ ही झोटा और बीजा नगरी राजस्व न्यायालय को आगर के संयुक्त कलेक्टर में शिफ्ट किया जाने की मांग को लेकर आगर के अभिभाषक गण आंदोलन की राह पर हैं । वर्तमान में उज्जैन रोड पर स्थित कार्यालय शहर से 8 किलोमीटर दूर है और वहीं अन्य उपरोक्त उल्लेखित कार्यालय भी शहर से दूर होने से आम्बन्धित किसानों के साथ ही अभिभाषको को दूर-दूर स्थित इन राजस्व न्यायालय में आने जाने की भारी परेशानी झेलने को मजबूर होना पड़ रहा है और उज्जैन रोड पर स्थित कार्यालय स्टेट हाईवे से लगे होने के कारण भारी यातायात के बीच वहां आना जाना भी जीवन को खतरे में डालने जैसा महसूस होता है जिसको लेकर सम्बंधित पक्षकारों, एवं अभिभाषकों में काफी नाराजगी है और अपनी इस नाराजगी को संबंधित लोग समय-समय पर विभिन्न मंचो पर उठाते भी आए है पर इसका कोई खास असर जिम्मेदारों पर दिखाई नही दिया है पर अब जब कुछ महीनों में प्रदेश में चुनाव होना है तो ऐसे में इस समस्या के हल होने की आस के साथ इससे संबंधित पक्ष अब आंदोलन की राह पर है ।