सुसनेर। नगर में करीब 71 वर्ष से अधिक समय से रंगपंचमी के अवसर पर चली आ रही मूर्ख सम्मेलन की परंपरा इस बार भी शनिवार 30 मार्च को कायम रही।
नगर मे रंगपंचमी के अवसर पर स्थानीय पुराना बस स्टैंड पर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय झंडा चौक पर प्रातः 11 बजे से संगीत सभा के बाद दोपहर 1 बजे मूर्ख सम्मेलन का भी आयोजन हुआ। जिसमें नगर के जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों, व्यापारियों एवं गणमान्य नागरिकों को तुकबंदी के माध्यम से मूखों की उपाधि दी गयी। रँगपंचमी पर आयोजित मूर्ख सम्मेलन में जय श्री राम के नारे भी रामजी के गीत की प्रस्तुति पर लगे। तो श्रोता होली के गीतों पर नाचते झूमते रहे। नगर के कवि घनश्याम गोयल ने पीयूष के दोहे एवं दिलीप जैन सारँगयाखेड़ी ने दिल्लू के दोहे के माध्यम से क्षेत्र के राजनेताओं, व्यापारियों, जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों के साथ विशिष्ट गणमान्य नागरिकों को दी गयी उपाधियों को पड़कर सुनाया जिस पर उपस्थित श्रोता गुदगुदाते रहे। कार्यक्रम का संचालन लक्ष्मणसिंह कांवल ने किया एवं आभार विष्णु भावसार ने माना।
इस बार इनकी भी रही खास प्रस्तुति-
नगर के गायक कलाकारों सुनील बांगड़, लोकेंद्रसिंह तोमर, अरुण भाटी सहित ललित सांवला एंड टीम के सदस्य दीपक जैन, आशीष त्यागी, कुलदीप चौधरी, सुरेश टेलर एवं शैलेन्द्र सिंघई आदि के द्वारा मूर्ख सम्मेलन के पूर्व गीतों की प्रस्तुति शनिवार को सुबह 11 बजे से 1 बजे तक दी गयी। उसके बाद मूर्ख सम्मेलन प्रारम्भ हुआ। इस अवसर पर अतिथि के रूप में नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनदिन राहुल सिसोदिया, उपाध्यक्ष राकेश जैन खुपवाला, कैलाश जैन खजांची, आशिकहुसेन बोहरा, महावीर जैन सालरिया, जितेंद्र सांवला, नोशाद खान ठेकेदार, मनीष जैन, राजेश जागीरदार, अजय दीक्षित, पवन शर्मा, महेश शर्मा, राकेश बिकुंदिया, सरपंच बलराम जादमे आदि थे। अतिथियों का गुलाल लगाकर स्वागत होलिकोत्सव समिति के टेकचंद गहलोत एवं राधेश्याम सूर्यवंशी ने किया।